HANUMAN CHALISA FOR DUMMIES

hanuman chalisa for Dummies

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भावार्थ – हे हनुमान जी ! यदि कोई मन, कर्म और वाणीद्वारा आपका (सच्चे हृदय से) ध्यान करे तो निश्चय ही आप उसे सारे संकटों से छुटकारा दिला देते हैं।

– a retelling from the Ramayana from the Devanagari vernacular is considered as amongst his very best operate. Lots of declare that Tulsidas was a reincarnation of Valmiki who was the first composer the epic Ramayana in Sanskrit.

नाली के कीड़े से ब्राह्मण कुमार तक - प्रेरक कहानी

मंगलवार, शनिवार के अलावा हनुमान जयंती, राम नवमी और नवरात्रे जैसे शुभ अवसरों पर भी आप हनुमान जी को समर्पित यह सभी पाठ कर सकते है। हनुमान चालीसा लिरिक्स को महान संत गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है।

TumhareTumhareYour bhajanaBhajanaDevotion / chanting rāma RāmaLord Rama koKoTo pāvaiPāvaiTakes to / presents / attained

भावार्थ – श्री गुरुदेव के चरण–कमलों की धूलि से अपने मनरूपी दर्पण को निर्मल करके मैं श्री रघुवर के उस सुन्दर यश का वर्णन करता हूँ जो चारों फल (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) को प्रदान करने वाला है।

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार॥

manaManaMind / assumed kramaKramaActions / deed vachanaVachanaWords dhyānaDhyānaMeditate / contemplate jo lāvaiJo lāvaiWho keeps / applies Meaning: Lord Hanuman releases from afflictions, sufferings and troubles for many who don't forget/meditate him in feelings, words and phrases and deeds.

भावार्थ – जो इस (हनुमान चालीसा) का सौ बार पाठ करता है, वह सारे बन्धनों और कष्टों से छुटकारा पा जाता है और उसे महान् सुख (परमपद–लाभ) की प्राप्ति होती है।

बुद्धिहीन तनु जानिकै सुमिरौं पवनकुमार।

तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस बदन तुह्मारो जस गावैं ।

SūkshmaSūkshmaMicro / minute / little rūpaRūpaForm / body / condition dhariDhariAssuming siyahiSiyahiSita, Wife of Lord Rama dikhāvāDikhāvāTo indicate up

श्री हनुमान आरती

भावार्थ – अनन्त get more info काल से आप भगवान श्री राम के दास हैं। अत: रामनाम-रूपी रसायन (भवरोग की अमोघ औषधि) सदा आपके पास रहती है।

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